पीपल के छाँव, पोख़र के ठाँव,मेरे गाँव को कहना। पीपल के छाँव, पोख़र के ठाँव,मेरे गाँव को कहना।
जब हाथ अधबुने स्वेटर को आगे बुनने को बढ़ायेगी इक मां की सूनी गोद हुयी ये कसक बहुत ही रूलायेग! जब हाथ अधबुने स्वेटर को आगे बुनने को बढ़ायेगी इक मां की सूनी गोद हुयी ये कसक बहुत...
यूँ हिन्दू मुस्लिम कहते रहे, देश की रक्षा के लिए वो दुश्मन की गोलियां खा गये. यूँ हिन्दू मुस्लिम कहते रहे, देश की रक्षा के लिए वो दुश्मन की गोलियां ...
ना करना अधर्म ऐ-यारो मत करना कु-कर्म…! ना करना अधर्म ऐ-यारो मत करना कु-कर्म…!
बना दिया आश्रय। बना दिया आश्रय।
मानो लूट का माल बहार नहीं जाने देना है कोई सर उठाये तो बस सर कलम कर देना है। मानो लूट का माल बहार नहीं जाने देना है कोई सर उठाये तो बस सर कलम कर देना है।